Sökt på: Böcker av Dayanand Pandey
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Katha-Gorakhpur Khand-2 (???-??????? ???-2)
जाग मछंदर गोरख आया कह कर अपने गुरु को ही जगाने वाले महाकवि गुरु गोरखनाथ ने लिखा है न मरो वै जोगी मरौ, मरण है मीठा ।मरणी मरौ जिस मरणी, गोरख मरि दीठायहां गोरख, अहंकार को मारने की …
Katha-Gorakhpur Khand-1 (???-??????? ???-1)
जाग मछंदर गोरख आया कह कर अपने गुरु को ही जगाने वाले महाकवि गुरु गोरखनाथ ने लिखा है न मरो वै जोगी मरौ, मरण है मीठा ।मरणी मरौ जिस मरणी, गोरख मरि दीठायहां गोरख, अहंकार को मारने की …
Dayanand Pandey Ke 3 Charcheet Upanyas
सहजता ही दयानंद पांडेय के उपन्यासों की शक्ति है। उन के उपन्यासों में व्यौरे बहुत मिलते हैं। ऐसा लगता है, जीवन को यथासंभव विस्तार में देखने की एक रचनात्मक जिद भी उन के उपन्यासकार का …
Lok Kavi Ab Gaate Nahin (Bhojpuri Upnyas)
Baansgaon Ki Munmun (???????? ?? ??????)
Katha-Gorakhpur Khand-6 (???-??????? ???-6)
जाग मछंदर गोरख आया कह कर अपने गुरु को ही जगाने वाले महाकवि गुरु गोरखनाथ ने लिखा है न मरो वै जोगी मरौ, मरण है मीठा ।मरणी मरौ जिस मरणी, गोरख मरि दीठायहां गोरख, अहंकार को मारने की …
Katha-Gorakhpur Khand-5 (???-??????? ???-5)
जाग मछंदर गोरख आया कह कर अपने गुरु को ही जगाने वाले महाकवि गुरु गोरखनाथ ने लिखा है न मरो वै जोगी मरौ, मरण है मीठा ।मरणी मरौ जिस मरणी, गोरख मरि दीठायहां गोरख, अहंकार को मारने की …
Dayanand Pandey ki 21 Kahaniyan (?????? ?????? ?? 21 ????????)
कोई 13 उपन्यास, 13 कहानी-संग्रह समेत कविता, गजल, संस्मरण, लेख, इंटरव्यू, सिनेमा सहित दयानंद पांडेय की विभिन्न विधाओं में 75 पुस्तकें प्रकाशित हैं। अपनी कहानियों और उपन्यासों के …
Mohabbat Ka Jahanpanah
मुहब्बत का जहांपनाह की ग़ज़लें लीक से हट कर ग़ज़लें हैं। प्रेम समर्पण से भरपूर। ख़ुद्दारी और आक्रोश को भी समेटे दूसरी ओर। इस उत्तर आधुनिक युग के यंत्र तंत्र को भी ध्वनित करती हुई। गज़लें …
Katha-Gorakhpur Khand-4 (???-??????? ???-4)
जाग मछंदर गोरख आया कह कर अपने गुरु को ही जगाने वाले महाकवि गुरु गोरखनाथ ने लिखा है न मरो वै जोगी मरौ, मरण है मीठा ।मरणी मरौ जिस मरणी, गोरख मरि दीठायहां गोरख, अहंकार को मारने की …
Katha-Gorakhpur Khand-3 (???-??????? ???-3)
जाग मछंदर गोरख आया कह कर अपने गुरु को ही जगाने वाले महाकवि गुरु गोरखनाथ ने लिखा है न मरो वै जोगी मरौ, मरण है मीठा ।मरणी मरौ जिस मरणी, गोरख मरि दीठायहां गोरख, अहंकार को मारने की …