लिखित और 12 भाषाओं में लिखे गए इस पुस्तक को सबसे बेकार, कभी भी नहीं लिखा, पढ़ने के लिए नहीं, त्रुटियों से भरा हुआ और बिना किसी अर्थ के लिखे जाने पर, केवल मूर्खता के इस मोती के …